रहीम के दोहे | Rahim Ke Dohe | Shiva chaudhary | @nishmusic7650
TLDRइस गाने के अंदर, प्रेम और उसके टूटने के बारे में गहरी सोच की प्रस्तुति है। गाना शुरुआत में प्रेम के टूटने के साथ-साथ, उसने निराशा और संघर्ष का अभिव्यक्ति करती है। 'प्रेम का धागा एक बार टूट जाता है, जो रूठे, शोभा, रूठे सुजान', यह कविता शब्दों का उपयोग करके प्रेम के विरासत को समझाता है। गाने के अंतिम हिस्सों में, यह विचार प्रदान करता है कि प्रेम के विरुद्ध निराशा और समय के साथ, हमें अपनी प्रिय ones को माना देना चाहिए और उनके साथ रहना चाहिए। यह एक संगीतिक संदेश है कि प्रेम के विरुद्ध निराशा और समय के साथ, हमें अपनी प्रिय ones को माना देना चाहिए और उनके साथ रहना चाहिए।
Takeaways
- 💔 प्रेम का तोड़ना: दोहों में प्रेम के टूटने पर विचार किया गया है और इसका परिणाम समझाया गया।
- 🌿 प्रेम का धागा: प्रेम के संबंधों में एक बार टूटने के बाद, उनका पुनर्जीवित करने की संभावना।
- 🕊 मुक्त रहने की भावना: गीत में रहने की महत्वपूर्णता पर जोर दिया गया है।
- 📿 मोती की माला: मोती की माला टूटने पर उसके मूल्य की भी संबंध बनाए रखने की आदत।
- 🍂 समय के साथ बदलाव: समय के साथ व्यक्ति की अवस्था और उनके विचार बदल सकते हैं।
- 🌳 फल और झड़ने: फसलों के साथ समय के महत्व और उनके सही समय पर आने की महत्व।
- 🚫 दुख के समय पछताना: दुख के समय अतिरिक्त चिंता करने की बजाय समुचित समय पर काम करने की आवश्यकता।
- 🧘♂️ अच्छे वचन की महत्व: अच्छे वचन देने वालों के लिए उनकी भावनाओं का सम्मान।
- 🌾 पट्टी में विषय: सभी के विचारों को समझने और उनके साथ सहभागिता करने की आवश्यकता।
- 🌟 समय पर फल: सही समय पर काम करने और उसके परिणामों का महत्व।
- 🌱 पछताते रहने: समय के साथ बदलने वाले परिस्थितियों में भी निरंतर प्रगति की महत्व।
Q & A
किसने 'रहीम के दोहे' को लिखा?
-शिव चौधरी ने 'रहीम के दोहे' लिखा है।
संगीत के अलावा, क्या अन्य प्रकार की प्रशंसा इस गीत में शामिल है?
-हाँ, इस गीत में संगीत के अलावा, दोहों और कविताओं की प्रशंसा भी शामिल है।
प्रेम का धागा एक बार टूट जाता है, तो फिर क्या होता है?
-प्रेम का धागा एक बार टूट जाता है तो उससे रूठने वालों को समझना चाहिए कि वह पुनः जुड़ने की कोशिश न करें।
संगीत में 'सोए, रहीम, टूटे मुक्त हर रहम' का अर्थ क्या है?
-यह शब्द गीत में एक प्रकार की संगीतिक अभिव्यंजना है जो भावनाओं को व्यक्त करता है, जिसमें 'रहीम' या 'रहमान' का उल्लेख होता है।
मोतियों की माला टूटने पर क्या करना चाहिए?
-मोतियों की माला टूटने पर, उन्हें बार-बार धागे में प्रलें और अपने प्रिया को माना लेना चाहिए।
किसने कहा कि 'कड़वे वचन बोलने वालों के लिए यही सबसे उचित सजा है'?
-प्रभु ने कहा कि 'कड़वे वचन बोलने वालों के लिए यही सबसे उचित सजा है'।
विपत्ति कुछ समय की होती है, तो क्या समझा गया है?
-विपत्ति कुछ समय की होती है, यह भी ठीक है क्योंकि सभी के साथ समय पर फल होता है, न कि हमेशा।
फल लगने का समय आता है, इसका क्या अर्थ है?
-फल लगने का समय आता है, इसका अर्थ है कि सभी प्रकार के फलों और उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए समय और पर्याप्त प्रयास की आवश्यकता होती है।
दुख के समय पछताना क्यों व्यर्थ है?
-दुख के समय पछताना व्यर्थ है क्योंकि दुख का समय बीतने के बाद आशा और समर्थन की तलाश करनी चाहिए।
संगीत और कविता के बीच में क्या संबंध है?
-संगीत और कविता के बीच एक गहरी संबंध है, दोनों एक-दूसरे के साथ संगीत और शब्दों के अभिव्यंजन के माध्यम से भावनाओं को व्यक्त करते हैं।
इस गीत में प्रेम और जीवन के बारे में क्या कहा गया है?
-इस गीत में प्रेम और जीवन के बारे में कहा गया है कि प्रेम का धागा टूटने पर उससे जुड़ने की कोशिश न करें, विपत्ति के समय पर फल होता है, और दुख के समय पछताना व्यर्थ है।
Outlines
🎶 Music and Praise: The Fragility of Love
This paragraph is a blend of music and poetic praise that discusses the delicate nature of love. It emphasizes not to break the thread of love, as once it is torn, it cannot be reattached. The metaphor of a broken thread is used to illustrate the permanence of a broken relationship. The narrative also touches upon the idea that one should respect their beloved, as if the 'necklace of pearls' (a metaphor for a relationship) breaks, it should be repeatedly strung together. The paragraph further advises patience during hardships, likening life's trials to the appropriate timing for a tree to bear fruit. It suggests that worrying during times of difficulty is futile, as the right moment will naturally bring about the desired outcome.
Mindmap
Keywords
💡प्रेम
💡टूटना
💡रहिम
💡प्रिया
💡मोती
💡धागे
💡विपत्ति
💡पट्टी
💡संसार
💡फल
💡पछताना
Highlights
प्रेम का मत तोड़ो, प्रेम का मत तोड़ो चाट, का टूटे पर फिर ना जुड़े
प्रेम का धागा एक बार टूट जाता है, जो रूठे, शोभा, रूठे सुजान
सोए, रहीम, टूटे मुक्त हर रहीम टूटे मुक्त
प्रिया, को माना लेना चाहिए क्योंकि यदि मोतियों की माला टूट जाए तो उन मोतियों को बार-बार, धागे में प्रो लेना चाहिए
अर्थात खीरे का कड़वा पान दूर करने के लिए, उसके ऊपरी सरे को काटने के बाद नमक लगाकर, घीसा जाता है
प्रभु कहते हैं की कड़वे वचन, बोलने वालों के लिए यही सबसे उचित सजा है
भाले, जो थोड़े दिन में जानवर
यदि विपत्ति कुछ समय की हो तो वह भी ठीक है
पट्टी में ही सबके विषय में, जाना जा सकता है की संसार में कौन हमारा, हितेषी है और कौन है
समय पे फल हॉट है, नहीं एक सी ए रहीम पछताते रहे
उपयुक्त समय आने पर वृक्ष में फल लगता है, झड़ना का समय आने पर वह चढ़ जाता है
सदा, किसी की अवस्था एक जैसी नहीं रहती
दुख के समय पछताना व्यर्थ है
हम्मा, प्रेम का मत तोड़ो, प्रेम का मत तोड़ो, गांठ पद जाए
प्रेम का धागा एक बार टूट जाता है, जो रूठे, शोभा, रूठे सुजान, मने, जो रूठे
सोए, रहीम, टूटे मुक्त हर रहम टूटे मुक्त, प्रिया को माना लेना चाहिए
अर्थात खीरे का कड़वा पान दूर करने के लिए, उसके ऊपरी सरे को काटने के बाद नमक लगाकर घीसा जाता है
प्रभु कहते हैं की कड़वे वचन, बोलने वालों के लिए यही सबसे उचित सजा है
भाले, जो थोड़े दिन में जानवर, थोड़े दिन में, यदि विपत्ति कुछ समय की हो तो वह भी ठीक है
पट्टी में ही सबके विषय में, जाना जा सकता है की संसार में कौन हमारा, हितेषी है और कौन है
समय पे फल हॉट है, नहीं एक सी ए रहम पछताते रहे मां ए रहम, पछता, उपयुक्त समय आने पर वृक्ष में फल लगता है
झड़ना का समय आने पर वह चढ़ जाता है सदा, किसी की अवस्था एक जैसी नहीं रहती
दुख के समय पछताना व्यर्थ है